...

4 views

हम इन्सान हैं....
अगर मन में ब्रह्मा और तन में एक शुद्ध आत्मा हो
तो क्या शिव क्या मोहम्मद क्या बौद्ध कोई भी परमात्मा हो

ये धरा इन सब की बनाई हुई हैं ,और इन्सान भी इनकी इजाद है
ये हिन्दु ये मुस्लमा ये बौद्ध और ये ईसाई सब हमने बनाए है, सोचो तुम क्या हो

बस जियो और जीने दो सब को ,एक नूर से सब जग उपजेया कह गए गुरूनानक
ईश्वर और वो पैगम्बर बस इतना चाहता हैं की सब में इक पवित्र आत्मा हो
सब्र करो हम सब इन्सान हैं इन्सान बन के रहो ,मत कहो की तुम विधाता हो
मन में मन की मन मनान्तर मत चलने दो शुद्ध रहो तुम एक शुद्ध आत्मा हो....
© M.S.Suthar