ऐ जिंदगी.......
#Metaphors
ऐ जिंदगी तू क्यों दूसरों से इश्क करता है,
तु कभी खुद से भी इश्क करते।
शिकायतें है जो दूसरों से,
कभी तो खुद को बयां कर दे।
हारे हुए ये जहां में,
कभी तो साथ एक पल का दे – दे।
कब तक अनजान रखोगे खुद से तू,
कभी तो अपना पता बता दे तू।
ए जिंदगी ये मतलबी दुनिया से दूर तू ले चल,
शिकायतें मन की कभी तो सुन लिया करते,
ऐ जिंदगी तू कभी खुद से भी इश्क करते।
© Bhumanshi Kashyap
#metaphors
ऐ जिंदगी तू क्यों दूसरों से इश्क करता है,
तु कभी खुद से भी इश्क करते।
शिकायतें है जो दूसरों से,
कभी तो खुद को बयां कर दे।
हारे हुए ये जहां में,
कभी तो साथ एक पल का दे – दे।
कब तक अनजान रखोगे खुद से तू,
कभी तो अपना पता बता दे तू।
ए जिंदगी ये मतलबी दुनिया से दूर तू ले चल,
शिकायतें मन की कभी तो सुन लिया करते,
ऐ जिंदगी तू कभी खुद से भी इश्क करते।
© Bhumanshi Kashyap
#metaphors