...

13 views

एक किताब खोलो
स्वप्नलोक के दरवाजे खोलना हो
तो एक किताब खोलो

जो बिना हिले सात समंदर पार करना हो
तो एक किताब खोलो

जो घर बैठे हो जाना हो बहुत दूर
तो एक किताब खोलो

जो सीखना हो झांकना उनके मन के अंदर
तो एक किताब खोलो

जब हर राह पर लगे हों पाबंदियों के ताले
तो एक किताब खोलो

सिर्फ खोलो ही नहीं..
तोलो..घोलो... उसी के जैसे हो लो

© Poeत्रीباز