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एक किताब खोलो
स्वप्नलोक के दरवाजे खोलना हो
तो एक किताब खोलो
जो बिना हिले सात समंदर पार करना हो
तो एक किताब खोलो
जो घर बैठे हो जाना हो बहुत दूर
तो एक किताब खोलो
जो सीखना हो झांकना उनके मन के अंदर
तो एक किताब खोलो
जब हर राह पर लगे हों पाबंदियों के ताले
तो एक किताब खोलो
सिर्फ खोलो ही नहीं..
तोलो..घोलो... उसी के जैसे हो लो
© Poeत्रीباز
तो एक किताब खोलो
जो बिना हिले सात समंदर पार करना हो
तो एक किताब खोलो
जो घर बैठे हो जाना हो बहुत दूर
तो एक किताब खोलो
जो सीखना हो झांकना उनके मन के अंदर
तो एक किताब खोलो
जब हर राह पर लगे हों पाबंदियों के ताले
तो एक किताब खोलो
सिर्फ खोलो ही नहीं..
तोलो..घोलो... उसी के जैसे हो लो
© Poeत्रीباز
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