...

5 views

"बस इसी छड़ "
क्यूँ कुछ बताये सबको क्यूँ कोई बात समझानी हैं,
तुझसे तो सुलझ रही हैं ना तो बस ये तेरी हीं कहानी हैं,
क्यूँ कोई कुछ भी बोल रहा कोई क्या कुछ भी कहता हैं,
जाने दे ना उन्हें क्या पता तू एक अकेला कितना सहता हैं
ये सब एक दिन चुप होंगे हीं कितने दिन बची जवानी हैं,
तुझे दे रहा हैं मौका वक़्त तो तू मन का करले क्युकी मौत तो सबको आनी हैं"
🖋️kr!shn

© All Rights Reserved