Zindagi ke Chaar shabd
पढ़ी ये किताब तो समझ आया ज़िंदगी का नाम जिंदगी क्यों कहलाया ।
कितना मरोड़ा ओर कितना रुक...
कितना मरोड़ा ओर कितना रुक...