मोहब्बत से...
शब्द मिल जाते हैं शब्दों से
फिर व्याख्या कर जाते हैं मोहब्बत से
तीन चार पन्ने भर जाते हैं
आंसुओं की बूंदों से
स्याही बन जाते हैं मोहब्बत से
अपने दिल का दर्द कम कर जाते हैं दिल से
बस मोहब्बत लिख जाते हैं मोहब्बत से
जब शब्द मिल जाते हैं शब्दों से...!!
© Kavita maayo kp
फिर व्याख्या कर जाते हैं मोहब्बत से
तीन चार पन्ने भर जाते हैं
आंसुओं की बूंदों से
स्याही बन जाते हैं मोहब्बत से
अपने दिल का दर्द कम कर जाते हैं दिल से
बस मोहब्बत लिख जाते हैं मोहब्बत से
जब शब्द मिल जाते हैं शब्दों से...!!
© Kavita maayo kp