पहले सा आबाद नहीं मैं
पहले सा आबाद नहीं मैं
अब ख़ुद को भी याद नहीं मैं
अब मैं थोड़ा फ़ासिद भी हूँ
अब कोई शमशाद नहीं मैं
औरों...
अब ख़ुद को भी याद नहीं मैं
अब मैं थोड़ा फ़ासिद भी हूँ
अब कोई शमशाद नहीं मैं
औरों...