nhi सकता
जख्म दिल के किसी को दिखा नहीं सकता
दिया जो तूने मुझे है कभी भुला नहीं सकता
गुलों पे आया जो निखार बहारों के मौसम में
अब पतझड़ है , कोई फूल खिला नहीं सकता
नाउमीद...
दिया जो तूने मुझे है कभी भुला नहीं सकता
गुलों पे आया जो निखार बहारों के मौसम में
अब पतझड़ है , कोई फूल खिला नहीं सकता
नाउमीद...