5 views
नयी कोई भी बात नहीं
लबज् नहीं हैं अल्फाज् नहीं
सुर नहीं हैं साज् नहीं
वही पूरानी बातें हैं सब, नयी कोई भी बात नहीं।।
ये मेरा है वो तेरा है
ये उसका है वो इसका है
सब पाने की बस चाहत है खो जाने का एहसास नहीं ।।
नहीं हैं कुछ भी लेने को
छोड़ यहीं सब जाने को
उलझे सब इस उलझन में, सूलझानें को कोई बात नहीं।।
तुम बैठे हो जिस दौलत पे
उसका भी कोई साथ नहीं
वही पूरानी बातें हैं सब, नयी कोई भी बात नहीं।।
© aham bramhasmi
सुर नहीं हैं साज् नहीं
वही पूरानी बातें हैं सब, नयी कोई भी बात नहीं।।
ये मेरा है वो तेरा है
ये उसका है वो इसका है
सब पाने की बस चाहत है खो जाने का एहसास नहीं ।।
नहीं हैं कुछ भी लेने को
छोड़ यहीं सब जाने को
उलझे सब इस उलझन में, सूलझानें को कोई बात नहीं।।
तुम बैठे हो जिस दौलत पे
उसका भी कोई साथ नहीं
वही पूरानी बातें हैं सब, नयी कोई भी बात नहीं।।
© aham bramhasmi
Related Stories
8 Likes
0
Comments
8 Likes
0
Comments