ख्वाब हो
तुम सावन की हवा का झोंका नहीं
तुम सावन की बरसात हो
तुम मुरझाया हुआ फूल नहीं
तुम एक सुनहरा ख्वाब हो
बेशक लडाई बहुत की है तुझसे
पर मुस्कुराहट तेरी पहली बरसात सी
और मौजूदगी तेरी...
तुम सावन की बरसात हो
तुम मुरझाया हुआ फूल नहीं
तुम एक सुनहरा ख्वाब हो
बेशक लडाई बहुत की है तुझसे
पर मुस्कुराहट तेरी पहली बरसात सी
और मौजूदगी तेरी...