लक्ष पूरा करना है
टूटी फूटी ही सही कश्ती तेर थो रही है
पानी की चट्टानों से टकराते टकराते
अपने सफर को अन्जाम दे रही है
जिंदगी जुठ मुठ ही सही चल थो रही है
खून पसीने से सींचे हुए इस शरीर को
नई...
पानी की चट्टानों से टकराते टकराते
अपने सफर को अन्जाम दे रही है
जिंदगी जुठ मुठ ही सही चल थो रही है
खून पसीने से सींचे हुए इस शरीर को
नई...