बेटी
कुदरत के कलम से लिखी अजीब दास्तान हैं
बेटी, सच कहो तो सृष्टि में दुर्गा काअवतार
हैं बेटी राग, नही न द्वेष कही,निश्छल ,निर्मल
प्यार का अतुलनीय उपहार हैं बेटी ।। ,
कुल के दीपक होते हैं बेटे ,पाकर किसी और का सहारा...
बेटी, सच कहो तो सृष्टि में दुर्गा काअवतार
हैं बेटी राग, नही न द्वेष कही,निश्छल ,निर्मल
प्यार का अतुलनीय उपहार हैं बेटी ।। ,
कुल के दीपक होते हैं बेटे ,पाकर किसी और का सहारा...