भारतीय योद्धा
देश के वीरों को मैं सलाम करती हूं,
आपके बलिदान को दिल से प्रणाम करती हूं।
आपके समकक्ष अपना पैगाम लिखती हूं।
योद्धा कि आवाज लिखती हूं।
जब जब देश पर आया कोई विकराल
मैंने कर दिया जीवन बलिदान।।
मैंने घर छोड़ा, मैंने आपना कल छोङा
देश कि रक्षा कि खातिर जीना छोड़ा।।
बचपन में फौजी को देखा था ,
खेल खेल में मैंने भी जिंदगी तेरे नाम करने को सोचा था।
हर लघु का हिसाब लूंगा,
घर से जब निकलूगा एक मां का आशिर्वाद से एक मां कि रक्षा...
आपके बलिदान को दिल से प्रणाम करती हूं।
आपके समकक्ष अपना पैगाम लिखती हूं।
योद्धा कि आवाज लिखती हूं।
जब जब देश पर आया कोई विकराल
मैंने कर दिया जीवन बलिदान।।
मैंने घर छोड़ा, मैंने आपना कल छोङा
देश कि रक्षा कि खातिर जीना छोड़ा।।
बचपन में फौजी को देखा था ,
खेल खेल में मैंने भी जिंदगी तेरे नाम करने को सोचा था।
हर लघु का हिसाब लूंगा,
घर से जब निकलूगा एक मां का आशिर्वाद से एक मां कि रक्षा...