खुशनुमा चांद
खुशनुमां चाँद आसमां में खिला है।
तारों के बीच मानो आसरा मिला है।
दिल के दर्द की भर गई सारी खायी,
जब से तुम हो मेरे,जीवन में आयी।
परिंदे सा उडूँ मैं,अब इस चमन में।
तुम्हारी ही धुन में,रहूँ बस मगन मैं।...
तारों के बीच मानो आसरा मिला है।
दिल के दर्द की भर गई सारी खायी,
जब से तुम हो मेरे,जीवन में आयी।
परिंदे सा उडूँ मैं,अब इस चमन में।
तुम्हारी ही धुन में,रहूँ बस मगन मैं।...