गीता का ज्ञान ठूकारा दो।
मै क़दम बाहर निकालूं,
बदचलन कहलाऊं,
इज्ज़त है खूब मेरी यहां
तुम वो स्वाभिमान दिला दो।
हलचल हो जायेगी पूरे समाज में
शांति जायेंगी सबकी ज़ेहन से
जो कहो बड़ा सुकुन है बन्धन में
तुम वो एहसास बस दिला दो।
नर्क स्वर्ग सा लगे ऐसे जाम पिलाते हो...
बदचलन कहलाऊं,
इज्ज़त है खूब मेरी यहां
तुम वो स्वाभिमान दिला दो।
हलचल हो जायेगी पूरे समाज में
शांति जायेंगी सबकी ज़ेहन से
जो कहो बड़ा सुकुन है बन्धन में
तुम वो एहसास बस दिला दो।
नर्क स्वर्ग सा लगे ऐसे जाम पिलाते हो...