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चाहत इक अनचाही सी
जानते हैं हम तुम्हारे पा नहीं सकते
इन ज़ंजीरों के चलते तुम चाह नहीं सकते
दिल दुखता तो बहुत है मगर,
आँसू तक बहा नहीं सकते,
तुम क्या हो मेरे लिए तुम्हें बता नहीं सकते,
इतनी मोहब्बत है तुमसे
मगर जाता नहीं सकते
आस तो अब भी है दिल में,
चाह कर भी तुम्हे भूला नहीं सकते...
© piyusha's
इन ज़ंजीरों के चलते तुम चाह नहीं सकते
दिल दुखता तो बहुत है मगर,
आँसू तक बहा नहीं सकते,
तुम क्या हो मेरे लिए तुम्हें बता नहीं सकते,
इतनी मोहब्बत है तुमसे
मगर जाता नहीं सकते
आस तो अब भी है दिल में,
चाह कर भी तुम्हे भूला नहीं सकते...
© piyusha's
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