हास्य कविता
आज फ़िर वही सवाल सुन ,
मेरा दिल... थर्राया है
"कैसी लग रही हूँ मैं?"
श्रीमतीजी ने फ़रमाया है
अजब कशमकश में हूँ,
दिमाग ने चक्कर खाया है
झूठ बोलूं तो...
मेरा दिल... थर्राया है
"कैसी लग रही हूँ मैं?"
श्रीमतीजी ने फ़रमाया है
अजब कशमकश में हूँ,
दिमाग ने चक्कर खाया है
झूठ बोलूं तो...