अंधविश्वास जब हावी हो जाए
अंधविश्वास जब हावी हो जाए,
दिल की धड़कनें रुक जाएं।
चाँद की किरणों में भी अजीब सा डर हो,
सपनों की दुनिया से दरकिनार हो।
क्या ये सच है, क्या ये झूठ है,
अंधविश्वास का गहरा सागर है।
चुपके से घर के कोने में बस जाए,
मन में दहशत की कली खिल जाए।
खुद को खो दें, खुदा से डर जाएं,
अंधविश्वास के गहरे जाल में फंस जाएं।
धीरे-धीरे हम सब कुछ खो दें,
ये अंधविश्वास हमें बरबाद कर दें।
उठो, ओ मेरी बहन, अंधविश्वास का सामना करो,
सच की रोशनी में अपना अधिकार जताओ।
जीवन की राहों में अंधकार हो या उजाला,
विश्वास के साथ आगे बढ़ो, मिलकर चलो।
© Simrans
दिल की धड़कनें रुक जाएं।
चाँद की किरणों में भी अजीब सा डर हो,
सपनों की दुनिया से दरकिनार हो।
क्या ये सच है, क्या ये झूठ है,
अंधविश्वास का गहरा सागर है।
चुपके से घर के कोने में बस जाए,
मन में दहशत की कली खिल जाए।
खुद को खो दें, खुदा से डर जाएं,
अंधविश्वास के गहरे जाल में फंस जाएं।
धीरे-धीरे हम सब कुछ खो दें,
ये अंधविश्वास हमें बरबाद कर दें।
उठो, ओ मेरी बहन, अंधविश्वास का सामना करो,
सच की रोशनी में अपना अधिकार जताओ।
जीवन की राहों में अंधकार हो या उजाला,
विश्वास के साथ आगे बढ़ो, मिलकर चलो।
© Simrans