...

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मेरा यार
मेरा यार फूल ,गजल , किताब सा है
सबसे करीबी होकर भी अंजान सा है
ना करू जिक्र उसका हर एक अल्फाज मे कहा मेरे बस मे है
मेरा हर एक लफ्ज़ उसकी ही वजह से पाक सा है


© safaredard