बो भी कया दिन थे
कभी हस्ता था कभी रोता था,
सिकायत करता था,कभी रूठता था।
बो भी कया दिन थे,जब परिवार के साथ होता था
सिकायत करता था,कभी रूठता था।
बो भी कया दिन थे,जब परिवार के साथ होता था
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