तिरंगा मेरा ईमान
भारत मेरी जान है,
तिरंगा मेरा ईमान है,
तिरंगा हमने लहराया है,
रंगो का देश कहलाया है।
भाषा अपनी मीठी है
तभी देश में एक नाम पाया है।
हम अपने देश के लिए मरते हैं,
तभी हंसते हंसते जीते है
तिरंगे में लिपट के आते है,
और तिरंगे में लिपट कर सो जाते हैं
तभी देश में नाम पाते है।
जय हिन्द
शची निगम
© shachi nigam
तिरंगा मेरा ईमान है,
तिरंगा हमने लहराया है,
रंगो का देश कहलाया है।
भाषा अपनी मीठी है
तभी देश में एक नाम पाया है।
हम अपने देश के लिए मरते हैं,
तभी हंसते हंसते जीते है
तिरंगे में लिपट के आते है,
और तिरंगे में लिपट कर सो जाते हैं
तभी देश में नाम पाते है।
जय हिन्द
शची निगम
© shachi nigam