बेवफ़ाई ़़़़
तोड़ के दिल तुझे मिल क्या है
मेरे इस ज़ख़्म की दवा क्या है
तेरे ख़ातिर जहाँ को छोड़ा है
तू नहीं मेरा तो मिरा क्या है
इश्क़ फिर बेपनाह करने की
हमकों मालूम है...
मेरे इस ज़ख़्म की दवा क्या है
तेरे ख़ातिर जहाँ को छोड़ा है
तू नहीं मेरा तो मिरा क्या है
इश्क़ फिर बेपनाह करने की
हमकों मालूम है...