अलविदा 2023...
अब यादों और बातों में होगा।
यह साल अब किसी के अल्फाजों तो किसी की किताबों में होगा।
इंसानी जीवन में यकीन, धैर्य औरइ ंतजार खोया मिलेगा।
कभी शिकन, शिकवा तो कभी सिला मिलेगा।
कर सको तो खुद पर तो एतबार करना।
जमीं, आसमां परिंदे, पौधे और बेजुबानों से भी हो सके तो...
यह साल अब किसी के अल्फाजों तो किसी की किताबों में होगा।
इंसानी जीवन में यकीन, धैर्य औरइ ंतजार खोया मिलेगा।
कभी शिकन, शिकवा तो कभी सिला मिलेगा।
कर सको तो खुद पर तो एतबार करना।
जमीं, आसमां परिंदे, पौधे और बेजुबानों से भी हो सके तो...