...

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ये आपका सम्मान है।
आपके चरणों पे है मस्तक मेरी,
जिनसे पाया मैंने ये ज्ञान है।
न चुका पाऊंगा कभी ऋण मैं आपका,
आप गुरु बड़े महान है।

अगर मैं मथुरा,
तो आप हमारे कालनहार हैं।
पिटारा लिए ज्ञान का,
पृथ्वी पे आप भगवान हैं,
आपके करुणा के आगे नतमस्तक,
पूरा आसमान है।
न चुका पाऊंगा कभी ऋण मैं आपका,
आप गुरु बड़े महान है।

कहते हैं विद्या सबसे बड़ा धन तो,
आप उसके खदान है।
आपका कष्ट मेरे लिए जैसे कोई अभिशाप है।
न कोई है ये कविता मेरी,
ये आपका सम्मान है।
न चुका पाऊंगा कभी ऋण मैं आपका,
आप गुरु बड़े महान है।
© HBK

#Teacher #respect #findingworld #HBK