स्वीकार
#स्वीकार
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही जुड़ते है रिश्ते भी कहीं
मौन अधर और कसम जन्मों की?
बंध गया कैसे कोई बेनाम बंधनों में
खिला...
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही जुड़ते है रिश्ते भी कहीं
मौन अधर और कसम जन्मों की?
बंध गया कैसे कोई बेनाम बंधनों में
खिला...