बिखरते जज्बात और खोखले रिश्ते
अभी कल की ही तो लगती है बात
जब चलना सिखाया था उसे पकड़ कर हाथ
उसकी प्यारी सी तोतली वह जुबान
सुनकर कदमों में लगता था सारा जहां
जिसके सुनने के लिए सिर्फ एक हंसी
मैंने दांव पर...
जब चलना सिखाया था उसे पकड़ कर हाथ
उसकी प्यारी सी तोतली वह जुबान
सुनकर कदमों में लगता था सारा जहां
जिसके सुनने के लिए सिर्फ एक हंसी
मैंने दांव पर...