वज़ह नही कोई
तेरी महफूज़ बाहों मे
मैं आना चाहता हूँ
तेरे सीने पर सर रखकर
मैं सोना चाहता हूँ
ऐ ज़िन्दगी बहुत हुआ तुझें
मैं गले...
मैं आना चाहता हूँ
तेरे सीने पर सर रखकर
मैं सोना चाहता हूँ
ऐ ज़िन्दगी बहुत हुआ तुझें
मैं गले...