मेरा इश्क♥️♥️
तुम्हारें शहर की सारी उलझने हटा सकता हूँ मैं
तुम्हारे गम में खुद को भी मिटा सकता हूँ मैं
मेरे इश्क तय कर रखी है कुछ हदे मेरी
वरना तुम्हारें मालिक को गुलाम बना सकता हूँ मैं
तुम दिल में पैदा तो करो मेरी जैसी जरूरते
फिर देखो...
तुम्हारे गम में खुद को भी मिटा सकता हूँ मैं
मेरे इश्क तय कर रखी है कुछ हदे मेरी
वरना तुम्हारें मालिक को गुलाम बना सकता हूँ मैं
तुम दिल में पैदा तो करो मेरी जैसी जरूरते
फिर देखो...