...

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कसम
💔कसम💔
जब चाहे तोड़ मुझे जाते मुकर
फिर भी जहां में है मेरा वजूद
और मुझ पर कायम अटूट विश्वास
ना हुआ कम कभी और ना दागदार
तोड़ मुझे तुम खोते खुद की विश्वसनीयता
रहती मैं बेदाग उजली दूध सी सदा
करने साबित खुद को खाते कसम तुम सब
हाँ मै कसम हूँ जिससे तुम करते नहीं वफा
करते छल और अपने हित में लेते सहारा मेरा
हाँ मैं हूँ कसम, ज़मानती तुम्हारें जमीर की
✍️लोकिंद्र