वो इश्क़ है मेरा
वो समंदर सा है....
मैं उसमें मिटने वाली कोई दरिया..
वो बादल है सफ़ेद सा...
मैं चाँद हूँ उश्मे छिपा हुआ....
वो...
मैं उसमें मिटने वाली कोई दरिया..
वो बादल है सफ़ेद सा...
मैं चाँद हूँ उश्मे छिपा हुआ....
वो...