सुकुन
सुकुन अब ना मिलता है मुहब्बत में, ना चाहत में...
ना पत्तों की सरसराहट में, ना बारिश की बूंदों की आहट में...
ना...
ना पत्तों की सरसराहट में, ना बारिश की बूंदों की आहट में...
ना...