ज़िंदगी...
समझ कर ज़िंदगी
जिसे हम जीए जा रहे है
हर पल आँसूओं को
यूँ ही खामोशी से पीए जा रहे है
लाख दर्द है दिल में, मगर
देकर झूठे दिलासे दिल को
यूँ हीं हम ज़ख्मों को सीए जा रहे है
क्या मिला है सिला ज़िंदगी से हमें
जिस हम अभी तक जीए जा रहे है...✍
jaswinder chahal
25/6/2024
© All Rights Reserved
जिसे हम जीए जा रहे है
हर पल आँसूओं को
यूँ ही खामोशी से पीए जा रहे है
लाख दर्द है दिल में, मगर
देकर झूठे दिलासे दिल को
यूँ हीं हम ज़ख्मों को सीए जा रहे है
क्या मिला है सिला ज़िंदगी से हमें
जिस हम अभी तक जीए जा रहे है...✍
jaswinder chahal
25/6/2024
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