तुम्हारी कमी 🙂
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी नादानी को समझ नहीं पाता,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी बातों का बहुत बुरा मान जाता है,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी बातों से परेशान हो जाता है,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मुझसे बात नहीं करना चाहता,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी चिढ़ाने...
जब कोई मेरी नादानी को समझ नहीं पाता,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी बातों का बहुत बुरा मान जाता है,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी बातों से परेशान हो जाता है,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मुझसे बात नहीं करना चाहता,
यारा तुम्हारी कमी खलती है मुझे उस वक्त,
जब कोई मेरी चिढ़ाने...