shayari for sukun #writco #shayari
जबसे हुए जवां जुदा हुए अपने आप से
छिन गई मासूमियत खो गया बचपन
सूख गए सपनों के वन उपवन
मन हो गया छोटा बड़ गया केवल तन
कुछ तो खोया खोया सा है
ख़्वाब, ख्वाहिश, या मेरा मन
छिन गई मासूमियत खो गया बचपन
सूख गए सपनों के वन उपवन
मन हो गया छोटा बड़ गया केवल तन
कुछ तो खोया खोया सा है
ख़्वाब, ख्वाहिश, या मेरा मन
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