जान कह के पुकारो ना
पता नही मोहब्बत मेरी मुझे कहा तक ले जायेगी
मुझे मंजिल तक पहुंचाएगी या रास्ते में ही छोड़ जायेगी।
मैं भी बैठी हूं इंतजार में की कब वो मेरा हाल पूछेगा
मुझे याद करता भी होगा या फिर भूल गया होगा।
दर्द को छुपा कर...
मुझे मंजिल तक पहुंचाएगी या रास्ते में ही छोड़ जायेगी।
मैं भी बैठी हूं इंतजार में की कब वो मेरा हाल पूछेगा
मुझे याद करता भी होगा या फिर भूल गया होगा।
दर्द को छुपा कर...