who i am
माँ का स्वाभिमान, पिता का अभिमान मैं,
अपने भाई का गुमान, बहन का सम्मान मैं,
दो मेरे दोस्त वो मेरी शान उनकी जान मैं।
सच बोलता हूँ न खट्टी मीठी है ज़ुबान मेरी,
लेखन से बन रही एक अलग पहचान मेरी,
खाली न हो ऐसी है शब्दों की खदान मेरी।
6 लोग मेरे खास 2 मेरे दोस्त 4 घरवाले,
बाक़ी सब ऐसे लगते जैसे मैंने...
अपने भाई का गुमान, बहन का सम्मान मैं,
दो मेरे दोस्त वो मेरी शान उनकी जान मैं।
सच बोलता हूँ न खट्टी मीठी है ज़ुबान मेरी,
लेखन से बन रही एक अलग पहचान मेरी,
खाली न हो ऐसी है शब्दों की खदान मेरी।
6 लोग मेरे खास 2 मेरे दोस्त 4 घरवाले,
बाक़ी सब ऐसे लगते जैसे मैंने...