pata nahi...?
पर्दे हटाएं कमरे के या उदासी पता नहीं,
सो कर उठे हो या उठ के सो गए पता नहीं,
जिसकी अब कभी मिलने की उम्मीद ना थीं,
उसको ही मिलने ख्वाबों में क्यों बुलाया पता नहीं,
घोड़े...
सो कर उठे हो या उठ के सो गए पता नहीं,
जिसकी अब कभी मिलने की उम्मीद ना थीं,
उसको ही मिलने ख्वाबों में क्यों बुलाया पता नहीं,
घोड़े...