वतन परस्त
हमको भी पाला था मां बाप ने
दुःख सह सह कर
हम भी आराम उठा सकते थै
घरों पर रह कर
वक्ते रुख्सत इतना भी
न आए कहकर
गोद में आंसू...
दुःख सह सह कर
हम भी आराम उठा सकते थै
घरों पर रह कर
वक्ते रुख्सत इतना भी
न आए कहकर
गोद में आंसू...