तुम्हे चाहा है..
सही गलत के दायरों से आगे , मोहब्बत की परिभाषा बिना जाने ,
ज़िंदगी की ख्वाइशों से परे ,
बिना तुम्हारी कोई आस करें।
नियमों का ना कोई बंधन माना ,
तुमको ना परखा , ना कुछ जाना ,
मन की सुनी हर इक बात ,
तुमसे जुड़े है सच्चे...
ज़िंदगी की ख्वाइशों से परे ,
बिना तुम्हारी कोई आस करें।
नियमों का ना कोई बंधन माना ,
तुमको ना परखा , ना कुछ जाना ,
मन की सुनी हर इक बात ,
तुमसे जुड़े है सच्चे...