उम्रदराज़
उम्र हो रही दराज़ “मग़र
जोश ए जुनून अब भी बाक़ी है
क्या हुआ जो चेहरे पर हल्की
सी शिकन आ गई “लेकिन
दिल में “बचपना तो “अब भी बाक़ी है
क्या हुआ बालों में जो “हल्की
”सफ़ेदी सी छा गई “मग़र
मन तो अभी ख़ुद को...
जोश ए जुनून अब भी बाक़ी है
क्या हुआ जो चेहरे पर हल्की
सी शिकन आ गई “लेकिन
दिल में “बचपना तो “अब भी बाक़ी है
क्या हुआ बालों में जो “हल्की
”सफ़ेदी सी छा गई “मग़र
मन तो अभी ख़ुद को...