बैठी हूँ... आस लगाए कब आओगे नंद गोपाल🙏😘
बैठी हूं आस लगाए,
कब आओगे नंद गोपाल।
तोहरी याद में रैना बीते,
तोहरी आस में है जग छूटे,
तो ताना देते हैं सब ग्वाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
मथुरा जा के भूल गए तुम,
याद निशानी छोड़ गए तुम,
की भूल गए घर का चौपाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
तुमको छलिया बोले सखियां,
मुझको रुलाती है यह बतियां,
की गारी देते हैं हर ग्वाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
असुवन से कजरा मोरा छूटे,
व्याकुल मन ह्रदय मेरा रूठे,
कि अब तो घर आ जाओ नंदलाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
मैं बैठी हूं आस लगाए,
कब आओगे नंद गोपाल।
© @swatis.mishra143
कब आओगे नंद गोपाल।
तोहरी याद में रैना बीते,
तोहरी आस में है जग छूटे,
तो ताना देते हैं सब ग्वाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
मथुरा जा के भूल गए तुम,
याद निशानी छोड़ गए तुम,
की भूल गए घर का चौपाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
तुमको छलिया बोले सखियां,
मुझको रुलाती है यह बतियां,
की गारी देते हैं हर ग्वाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
असुवन से कजरा मोरा छूटे,
व्याकुल मन ह्रदय मेरा रूठे,
कि अब तो घर आ जाओ नंदलाल,
कब आओगे नंद गोपाल।
मैं बैठी हूं आस लगाए,
कब आओगे नंद गोपाल।
© @swatis.mishra143