भूल से भी
भूल से भी ये भूल न करे कोई
यह खुदा मोहब्बत न करे कोई
कोई मिलता है तो मिल जाये
मिलकर न बिछड़े कोई
किसी के इंतज़ार में कोई दिया जला कर
बैठा हो
इतना भी किसी को न चाहें कोई
किसी की उम्मीद में कैसे जिंदगी गुज़रे कोई
फूल🌺🌻🌹🌷 है मेरी राह यह कांटे है
मुझे बता दे कोई
कैसे लौटूं अपने घर🏡 को
मुझे पता दे कोई
अब उन गलियों में कुछ भी नहीं रखा
मुझे यकीन दिला दे कोई
उसने देखा है मुझे...
यह खुदा मोहब्बत न करे कोई
कोई मिलता है तो मिल जाये
मिलकर न बिछड़े कोई
किसी के इंतज़ार में कोई दिया जला कर
बैठा हो
इतना भी किसी को न चाहें कोई
किसी की उम्मीद में कैसे जिंदगी गुज़रे कोई
फूल🌺🌻🌹🌷 है मेरी राह यह कांटे है
मुझे बता दे कोई
कैसे लौटूं अपने घर🏡 को
मुझे पता दे कोई
अब उन गलियों में कुछ भी नहीं रखा
मुझे यकीन दिला दे कोई
उसने देखा है मुझे...