सन् 47 के आजादी का
सन् 47 के आजादी का
किल, शूरवीरों ने संभाला था
हंसते-हंसते फांसी चढ़
रंग दे बसंती बोला था
हिम्मत के सपूतों ने
कितना खून झेला था
तब यह आजादी
हमें, मिलने वाला था
दिल्ली चोरों के नारों से
अंबर तक हिलने वाला था
सुभाष चंद्र बोस
अंग्रेजों को कुचलना वाला था
झांसी की वीर सुपुत्री...
किल, शूरवीरों ने संभाला था
हंसते-हंसते फांसी चढ़
रंग दे बसंती बोला था
हिम्मत के सपूतों ने
कितना खून झेला था
तब यह आजादी
हमें, मिलने वाला था
दिल्ली चोरों के नारों से
अंबर तक हिलने वाला था
सुभाष चंद्र बोस
अंग्रेजों को कुचलना वाला था
झांसी की वीर सुपुत्री...