नादान सी हूं मैं!
#ख्वाबोंकासफर
बात बहुत पुरानी है, मैं थोड़ी सी दीवानी थी।
ज़माने के फरेबों से, मैं थोड़ी सी अनजानी थी।।
अपने में मशगूल सी रहती, सपनों में खोयी सी रहती।
ऐसे ही दिन गुजरते जाते, मैं हर दिन थोड़ी बड़ी हो जाती।।
मां का...
बात बहुत पुरानी है, मैं थोड़ी सी दीवानी थी।
ज़माने के फरेबों से, मैं थोड़ी सी अनजानी थी।।
अपने में मशगूल सी रहती, सपनों में खोयी सी रहती।
ऐसे ही दिन गुजरते जाते, मैं हर दिन थोड़ी बड़ी हो जाती।।
मां का...