बड़ा दर्द देती है ये जिन्दगी
बड़ा दर्द देती है.............ये जिंदगी
कैसे मैं इसे मजेदार लिख दूँ,
महज़ दो लफ्ज़ क्या लिख दिए मैंने,
फिर,कैसे मैं खुद को 'गुलजार' लिख दूँ।
कोई आया है गरज से अपनी दिल में मेरे
फिर,कैसे मैं उसको इश्क़ का तलबगार लिख दूँ ।
बड़ा दर्द देती है ये जिंदगी..........।
इजाजत तो मैंने ही...
कैसे मैं इसे मजेदार लिख दूँ,
महज़ दो लफ्ज़ क्या लिख दिए मैंने,
फिर,कैसे मैं खुद को 'गुलजार' लिख दूँ।
कोई आया है गरज से अपनी दिल में मेरे
फिर,कैसे मैं उसको इश्क़ का तलबगार लिख दूँ ।
बड़ा दर्द देती है ये जिंदगी..........।
इजाजत तो मैंने ही...