! इश्क़, वो भी अधूरा !
जब से देखा था उसे
तब से चाहा था उसे
जब से चाहा था उसे
तब से माँगा था उसे
जब से माँगा था उसे
तभी से माँग रहा हूँ उसे
महफूज थी वो मेरे ख़्वाबों में
मगर, जब से हकीकत में माँगा उसे
तब...
तब से चाहा था उसे
जब से चाहा था उसे
तब से माँगा था उसे
जब से माँगा था उसे
तभी से माँग रहा हूँ उसे
महफूज थी वो मेरे ख़्वाबों में
मगर, जब से हकीकत में माँगा उसे
तब...