...

4 views

~ बेमौसम बरसात ~
इस बेमौसम बरसात में
जरूर किसी के रोने की आहट आई होगी
कि ना जाने आज किस पर
खुदा ने अपनी कहर बरसाई होगी,

कहते है पूरे गांव में भूखे पेट ही
चेहरे पर सन्नाटा पसर जाता है
जब किसी किसान ने
अपने चूल्हे में आग ना लगाई होगी,

खेतों और खलिहानों में
मेहनत से लगाई पूंजी भी डूब जाती है
जब प्रकृति ने भी
अपने भयंकर प्रकोप को दिखाई होगी,

बेजुबान जानवरों का
तो कोई सुनने वाला नहीं है
शायद इनके रोने पर
किसी को भी दया ना आई होगी,

उस नई दुल्हन के हाथों की
अभी मेंहदी भी नहीं छूटी है
जिसके सुहाग ने सीमा पर
अपनी वीरता दिखाई होगी,

किसी अपने से धोखा मिलना
जैसे बीन मरे ही मौत हो जाती है
तभी उसके साथ ये पूरी कायनात
अपने अश्क जरूर बहाई होगी,

आज कल लोग पड़ोस से
ज्यादा अपने औलाद से परेशान है
इन बूढ़ी हाथो ने भी अपने जिंदगी की
पूरी कमाई अपने वारिश पे लुटाई होगी।
© मेरे अल्फाज़....🦋