तुम्हारा
चाहता था भूल जाऊँ
पर अब याद रखुँगा ....व्यवहार तुम्हारा
समय समय पर जो दिया है लब्जो का ...प्रहार तुम्हारा
मेरे फूलो पर ......अंगार तुम्हारा
इस सादगी पर नकली...
पर अब याद रखुँगा ....व्यवहार तुम्हारा
समय समय पर जो दिया है लब्जो का ...प्रहार तुम्हारा
मेरे फूलो पर ......अंगार तुम्हारा
इस सादगी पर नकली...