श्रीकेदारनाथ!
एक उत्सुकता थी आपके दर्शन की,
धन्य हो महादेव जो आपने पूरी की!
जब चढ़ना शुरू किया तब जाना,
जीवन का एक और पहलू पहचाना!
आपके दर्शन के लिए क्या बालक, वृद्ध, और नौजवान,
सबकी बस एक ही लालसा, मिल जाए आपका वरदान!
मंदाकिनी के झरनों की भरमार, पहाड़ों की ये श्रृंखलाएं, स्वच्छ निर्मल पानी, पीते ही मन तृप्त हो जाए!
ये...
धन्य हो महादेव जो आपने पूरी की!
जब चढ़ना शुरू किया तब जाना,
जीवन का एक और पहलू पहचाना!
आपके दर्शन के लिए क्या बालक, वृद्ध, और नौजवान,
सबकी बस एक ही लालसा, मिल जाए आपका वरदान!
मंदाकिनी के झरनों की भरमार, पहाड़ों की ये श्रृंखलाएं, स्वच्छ निर्मल पानी, पीते ही मन तृप्त हो जाए!
ये...