याद आ गई...
आज़ फ़िर हुई जो शाम तुम्हारी याद आ गई
जैसे उठाया ज़ाम, तुम्हारी याद आ गई..
कुछ लफ्ज़ आ रहे थे, जा रहे थे जेहन में
लिखने को था...
जैसे उठाया ज़ाम, तुम्हारी याद आ गई..
कुछ लफ्ज़ आ रहे थे, जा रहे थे जेहन में
लिखने को था...